परमेश्वर अर्थात अल्लाह के आदेशों को नही मानता इंसान, इसलिए दुखी व परेशान है इंसान
झलक देखिये }}}}}}
वेदों में- कुरान में - बाइबिल में- हमने एक जैसी बात पढ़ि कि परमेश्वर अल्लाह ने 6 दिन में सृष्टि को रच कर 7 वे दिन विश्राम किया अपने तख्त पर जा बैठा
उसने इंसान को आदेश दिया कि मैंने तुम्हारे लिए खाने के लिए फल, मेवे,अनाज,शाक, सब्जियां दी,
और जो भी पशु पक्षी जानवर है उनको नियंत्रण में लेकर उनकी रक्षा करनी है,, ((प्रथम आदेश समाप्त))
निष्कर्ष:- आज इंसान पशु पक्षियों जानवरों की रक्षा करने के बजाए उनको मारकर खा रहा है जो कि सीधे सीधे अल्लाह परमेश्वर की आदेशो को तौहीन है ,उनका अपमान है, इस मूर्ख मनुष्य समुदाय को इस बात का अहसास नही है,
शैतान ने आकर इनका ब्रेन वाश किया और ये जन्नत के चक्कर मे जहन्नुम में जा रहे है, अब कौन समझायेगा इनको,,
जनहित में शेयर करो डट कर शेयर करो,
हम अल्लाह- परमेश्वर की इतनी सेवा तो कर ही सकते है उनके बच्चो को ये तत्वज्ञान यानी सच्चाई पहुंचाए
सत साहेब, सौजन्य से:- बाखबर इल्मवाला तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
झलक देखिये }}}}}}
वेदों में- कुरान में - बाइबिल में- हमने एक जैसी बात पढ़ि कि परमेश्वर अल्लाह ने 6 दिन में सृष्टि को रच कर 7 वे दिन विश्राम किया अपने तख्त पर जा बैठा
उसने इंसान को आदेश दिया कि मैंने तुम्हारे लिए खाने के लिए फल, मेवे,अनाज,शाक, सब्जियां दी,
और जो भी पशु पक्षी जानवर है उनको नियंत्रण में लेकर उनकी रक्षा करनी है,, ((प्रथम आदेश समाप्त))
निष्कर्ष:- आज इंसान पशु पक्षियों जानवरों की रक्षा करने के बजाए उनको मारकर खा रहा है जो कि सीधे सीधे अल्लाह परमेश्वर की आदेशो को तौहीन है ,उनका अपमान है, इस मूर्ख मनुष्य समुदाय को इस बात का अहसास नही है,
शैतान ने आकर इनका ब्रेन वाश किया और ये जन्नत के चक्कर मे जहन्नुम में जा रहे है, अब कौन समझायेगा इनको,,
जनहित में शेयर करो डट कर शेयर करो,
हम अल्लाह- परमेश्वर की इतनी सेवा तो कर ही सकते है उनके बच्चो को ये तत्वज्ञान यानी सच्चाई पहुंचाए
सत साहेब, सौजन्य से:- बाखबर इल्मवाला तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज