खतना कराना शैतान की चाल है !"
"असली काफिर कौन ???
♪वैसे तो सभी मुसलमान मानते हैं की इंसान को अल्लाह ने बनाया है.और उसका अकार,रूप संतुलित और ठीकठाक बनाया है .उसे किसी तरह की कमी नहीं रखी.और यह
भी दावा करते हैं कि अल्लाह ने कुरआन में सारी बातें खोल खोल कर साफ़ बता दी हैं.लेकिन जब उनसे खतना के बारे में
पूछा जाता है ,तो वे बेकार के बहाने करने लगते हैं. अब हम मुख्य विषय पर आते हैं कि यह अल्लाह का हुक्म नहीं !!
भी दावा करते हैं कि अल्लाह ने कुरआन में सारी बातें खोल खोल कर साफ़ बता दी हैं.लेकिन जब उनसे खतना के बारे में
पूछा जाता है ,तो वे बेकार के बहाने करने लगते हैं. अब हम मुख्य विषय पर आते हैं कि यह अल्लाह का हुक्म नहीं !!
1 -अल्लाह ने इंसान को उचित रूप में बनाया
"हमने तुम्हें बनाया तो ,ठीक अनुपात और आकार में बनाया और
इस प्रकार की रचना बनाई जैसी होना चाहिए .सूरा अल
इनफितार 82 :7 -8
"हमने तुम्हें बनाया तो ,ठीक अनुपात और आकार में बनाया और
इस प्रकार की रचना बनाई जैसी होना चाहिए .सूरा अल
इनफितार 82 :7 -8
"तुम क्यों नहीं मानते कि हमने ही तुम्हें पैदा किया और
तुम्हारा आकार देने वाले हम हैं ,या तुम आकार देने वाले
हो .सूरा अल वाकिया -56 :57
तुम्हारा आकार देने वाले हम हैं ,या तुम आकार देने वाले
हो .सूरा अल वाकिया -56 :57
"हमने तुम्हारा अकार बनाया और अच्छा आकार बनाया .सूरा अल मोमिनीन -40 :64
"अल्लाह ने जो भी चीज बनाई व्यर्थ नहीं बनाई .सुरा आले
इमरान -3 :191
इमरान -3 :191
"हमने इन्सान को अच्छे से अच्छी स्थिति में बनाया .सूरा अत
तीन -95
तीन -95
2 -अल्लाह के दिए आकार को बदलना शैतान की चाल है -
"शैतान ने अल्लाह से कहा ,मैं तेरे
बन्दों को बहकाऊँगा ,उनको वासना के मायाजाल में
फंसऊँगा ,फिर वे अपने चौपायों के कान फडवाएंगे और अलाह
की रचना में बदलाव करेंगे ,और पशुओं को देवताओं के नाम छोड़
देंगे ,ऐसा करने वाले शैतान के मित्र हैं "सूरा अन निसा -4 :119
"शैतान ने अल्लाह से कहा ,मैं तेरे
बन्दों को बहकाऊँगा ,उनको वासना के मायाजाल में
फंसऊँगा ,फिर वे अपने चौपायों के कान फडवाएंगे और अलाह
की रचना में बदलाव करेंगे ,और पशुओं को देवताओं के नाम छोड़
देंगे ,ऐसा करने वाले शैतान के मित्र हैं "सूरा अन निसा -4 :119
इस आयत की तफ़सीर में "अल्लाह की रचना "में बदलाव
का उदहारण दिया गया है जैसे -
नसबंदी करना .किसी को बाँझ करना ,परिवार नियोजन
करना ,आजीवन ब्रह्मचारी रहना ,और
किसी को हिजड़ा बनाना है .इसी आयत कि बदौलत मुसलमान परिवार नियोजन नहीं करते हैं .इसे गुनाह मानते है .
का उदहारण दिया गया है जैसे -
नसबंदी करना .किसी को बाँझ करना ,परिवार नियोजन
करना ,आजीवन ब्रह्मचारी रहना ,और
किसी को हिजड़ा बनाना है .इसी आयत कि बदौलत मुसलमान परिवार नियोजन नहीं करते हैं .इसे गुनाह मानते है .
3 -खतना कराना यहूदिओं की नक़ल है -
वैसे तो मुसलमान यहूदिओं को रोज गालियाँ देते हैं .लेकिन
उनकी नक़ल करके छोटे छोटे बच्चों की खतना कर देते है .जब वह
नादान होते है .कुरआन में ऐसा कोई आदेश नहीं है !!
वैसे तो मुसलमान यहूदिओं को रोज गालियाँ देते हैं .लेकिन
उनकी नक़ल करके छोटे छोटे बच्चों की खतना कर देते है .जब वह
नादान होते है .कुरआन में ऐसा कोई आदेश नहीं है !!
यह बाईबिल
का आदेश है -
" खुदा ने कहा तू और तेरे बाद तेरे वंशज पीढी दर पीढी हरेक बच्चे
का खतना कराये,और उनके लिंग की खलाड़ी काट दे जो तेरे
में पैदा हो या जिसे मोल से खरीदा हो सबका खतना कर
"बाइबिल -उत्पत्ति अध्याय -17 :9 से 14
का आदेश है -
" खुदा ने कहा तू और तेरे बाद तेरे वंशज पीढी दर पीढी हरेक बच्चे
का खतना कराये,और उनके लिंग की खलाड़ी काट दे जो तेरे
में पैदा हो या जिसे मोल से खरीदा हो सबका खतना कर
"बाइबिल -उत्पत्ति अध्याय -17 :9 से 14
4 -मूसा और उसके पुत्रों का खतना नहीं हुआ
" मिस्र निकालने बाद जितने लोग पैदा हुए
किसी का खतना नहीं हुआ -यहोशु-5 :5
"अपना नहीं बल्कि अपने ह्रदय का खतना करो "बाइबिल
व्यवस्था -10 :16
" मिस्र निकालने बाद जितने लोग पैदा हुए
किसी का खतना नहीं हुआ -यहोशु-5 :5
"अपना नहीं बल्कि अपने ह्रदय का खतना करो "बाइबिल
व्यवस्था -10 :16
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