बुधवार, 9 मार्च 2016

कबीर साहेब हीं पूर्ण परमात्मा हैं। लगभग एक दर्जन संतो ने इनकी गवाही ठोककर दी है

कबीर साहेब हीं पूर्ण परमात्मा हैं। लगभग एक दर्जन संतो ने इनकी गवाही ठोककर दी है।

आएं देखें परमात्मा प्राप्त संतो की वाणी में क्या है प्रमाण!!


1.
✒सतगुरु पुरुष कबीर हैं, चारों युग प्रवान।
झूठे गुरुवा मर गए, हो गए भूत मसान।।
-गरीबदास जी

✒अनंत कोटि ब्रम्हांड में, बंदीछोड़ कहाये।सो तो पुरष कबीर है, जननी जने न माय।।
-गरीबदास जी

✒हम सुल्तानी नानक तारे, दादु को उपदेश दिया।जाति जुलाहा भेद न पाया,कशी माहे कबीर हुआ।।
-गरीबदास जी

2.
✒और संत सब कूप हैं, केते झरिता नीर।
दादू अगम अपार है, दरिया सत्य कबीर।।
-दादु दयाल जी

✒जिन मोको निज नाम दिया,सोई सतगुरु हमार।दादु दूसरा कोई नहीं, कबीर सृजनहार।।
-दादु दयाल जी

3.
✒खालक आदम सिरजिआ आलम बडा कबीर॥
काइम दिइम कुदरती सिर पीरा दे पीर॥
सयदे (सजदे) करे खुदाई नू आलम बडा कबीर॥
-नानक जी

✒यक अर्ज गुफ्तम पेश तोदर कून करतार।हक्का कबीर करीम तू बेऐब परवरदिगार।।
-नानक जी

✒नानक नीच कह विचार, धाणक रूप रहा करतार।
-नानक जी

4.
✒वाणी अरबो खरवो, ग्रन्थ कोटी हजार। करता पुरुष कबीर है, रहै नाभे विचार।।
-नाभादास जी

5.
✒साहेब कबीर समर्थ है, आदी अन्त सर्व काल।
ज्ञान गम्य से दे दीया, कहै रैदास दयाल॥
-रैदास जी

6.
✒नौ नाथ चौरसी सिद्धा, इनका अन्धा ज्ञान।
अविचल ज्ञान कबीर का, यो गति विरला जान॥
-गोरखनाथ जी

7.
✒बाजा बाजा रहितका, परा नगरमे शोर।
सतगुरू खसम कबीर है, नजर न आवै और॥
-धर्मदास जी

8.
✒सन्त अनेक सन्सार मे, सतगुरू सत्य कबीर।
जगजीवन आप कहत है, सुरती निरती के तीर॥
-जगजीवन जी

9.
✒तुम स्वामी मै बाल बुद्धि, भर्म कर्म किये नाश।
कहै रामानन्द निज हमरा दृढ़ विश्वास।।
-रामानन्द जी

10.
✒बंदीछोड़ हमारा नामम्, अजर अमर अस्थिर ठामम्।।
-कबीर जी

✒तारण तरण अभय पद दाता, मैं हूँ कबीर अविनाशी।
-कबीर

✒कबीर इस संसार को, समझांऊ के बार ।
पूंछ जो पकङे भेड़ की, उतरया चाहे पार ॥

-कबीर साहेब**
सत् साहेब..

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