बुधवार, 14 मार्च 2018

हमारा मूल कर्तब्य इस मृत्युलोक रूपी जेल से मुक्त हो हमेशा के लिए सनातन लोक जाना

"""छःसौ वर्ष बाद वही ईतिहास दोहराने की कोशिश"""
#छःसौ वर्ष पहले भी जब कबीर #परमेश्वर जी हमें निज धाम सतलोक ले जाने के लिये आये थे तो उस वक्त भी उनको बहुत संघर्ष करना पड़ा था पाखंडी #पंडितो ओर #मुल्ला #काजियो ने #कबीर_परमात्मा का बहुत विरोध किया उन्हे झूठा बदनाम किया उन्हे यहां तक की उन्हे खत्म करने के लिये सभी प्रयास किये तोप से उड़ाने की कोशिश, भूखे शेर के पिंजरे में डाला, हाथी से कुचलना चाहा तो कभी गंगा में डुबोना चाहा, उबलते गर्म तेल की कड़ाई में डाला लेकिन वो दुष्ट लोग #अविनाशी #कबीर #परमात्मा का कुछ नही बिगाड़ पाये वो चाहते तो क्षण भर में सबको सबक सिखा सकते थे लेकिन उन्होने ऐसा नही किया परमात्मा कहते है यह सब मेरी ही आत्माये है यह भटके हुऐ है कयोकी बच्चे जितने मर्जी बुरे हो जाये लेकिन मां बाप कभी गलत नही हो सकता ईसलिये परमात्मा उनके जैसा नही बन सकता बल्कि हमे सीधे मार्ग पर लाने लिये हर कष्ट को सहन किये लेकिन हम नीच लोग फिर भी परमात्मा को पहचान नही पाये ओर वो 120 वर्ष लीला करने के बाद #मगहर से #स्हशरीर वापिस #सतलोक चले गये ओर हम आज तक ईस गंदे लोक में भटक रहे है यह हमारी उसी गलती की सजा है .
अब छःसौ वर्षो बाद परमात्मा पुनः आये है फिर वही लीला कर रहे है ओर हमारे लिये बहुत जुल्म सह रहे है दूसरी बार जेल चले गये  लेकिन हम नीच फिर वही गलती दोहराने की राह पर चल रहे है लेकिन ईस बार यह अंतिम मौका है.
गरीब, यह चूक !
धूरो दूर !!
अबकि चूक गये तो पता नही काल कहां पटकेगा लख-चौरासी के फेर में कुत्ते गधे सुअर बनकर यहीं धक्के खाते रहेंगे. पिछली गलती को न दोहराये ईसलिये भक्त समाज से निवेदन है की संत रामपाल जी को पहचानो उनके वचनो को सुनो फिर अपने विवेक से निर्णय करो की संत रामपाल जी कया है ऐसे ही किसी कही सुनी बातो पर विश्वास करके संत रामपाल जी को बुरा न समझे वो सबका कल्याण करने के लिये आये है यह सुनहरा अवसर है संत रामपाल जी की शरण में आओ ओर अपना कल्याण करवाओ .
मानुष जीवन दुर्लभ है, मिले न बारम्बार !
जैसे तरूवर से पत्ता टूट गिरे, बहुर लगे न डार !!

सत् साहेब,

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