सोमवार, 21 अक्टूबर 2024

सनातन धर्म क्या है... आइए जानते हैं

 सनातन का मतलब है शाश्वत या 'सदा बना रहने वाला'।

सर्वप्रथम एक आदि सनातन पंथ (धर्म) था। मानव समाज शास्त्रोक्त साधना करता था।

वर्तमान में सनातन धर्म का नाम वैदिक धर्म व हिंदू धर्म भी प्रसिद्ध है।। परंतु अब जो पहले सनातन धर्म में साधना हुआ करती थी अब धीरे-धीरे लोग उसको भूलकर शास्त्र विरुद्ध भक्ति साधना कर रहे हैं।

इसके विषय में संत गरीबदास जी ने सूक्ष्मवेद में कहा है:-

आदि सनातन पंथ हमारा। जानत नहीं इसे संसारा ।। पदर्शन सब खट-पट होई हमरा पंथ ना पावे कोई।। इन पथों से वह पंथ अलहदा पंथों बीच सब ज्ञान है यहदा ।।

हमारा आदि सनातन पंथ है जिसको संसार के व्यक्ति नहीं जानते वह आदि सनातन पंथ अर्थात् सब पंथों से भिन्न है। गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में कहा है कि (पुरा) सृष्टि की आदि में जिस (ब्रह्मणः) सच्चिदानंद घन ब्रह्म की साधना तीन नामों ॐ तत् सत् वाली की जाती थी जो तीन विधि से स्मरण किया जाता है सब ब्राह्मण यानि साधक उसी वेद (जिसमें यह तीन नाम का मंत्र लिखा है) के आधार से यज्ञ साधना करते थे।

आज फिर भारत में सनातन धर्म का पुनरुत्थान हो रहा है। जिस भक्ति साधना को करने से फिर लोगों को वैसे ही सुख का अनुभव हो रहा हैं जो पहले सतयुग के समय हुआ करता था। आप भी अपना मनुष्य जन्म न गवाएं और फिर सनातन धर्म वाली भक्ति साधना करें। जानने के लिए कृप्या पढ़ें पुस्तक हिंदू साहेबान! नहीं समझे गीता वेद पुराण। इस पुस्तक में सनातन धर्म का इतिहास, सही भक्ति साधना, तीर्थ स्थल केदारनाथ, वैष्णो देवी, नैना देवी आदि का निर्माण के बारे में विस्तार से बताया गया है। इस पुस्तक की pdf आप इस नम्बर पर message करके मंगवा सकते हैं +918630385761 । इस पुस्तक को पढ़ना न भूलें क्योंकि इसके माध्यम से आप वास्तविक सच्चाई जान सकते हैं जिससे हम हजारों वर्षों से अवगत नहीं थे।

धन्यवाद🙏🏻 

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