मंगलवार, 27 जनवरी 2015

शिक्षा लीजिये इस घटना से ...

चाइना में एक बैंक में डकैती के दौरान डाकू ने चिल्लाया और कहा " कोई भी अपने जगह से न हिले " ये पैसा तो देश का है लेकिन तुम्हारी जिंदगी तुम्हारी है. ये सुनते ही बैंक में मौजूद सभी लोग चुप-चाप लेट गए, इसे कहते हैं "दिमाग बदलने वाली तरकीब"[ Mind Changing Concept ], जो सामान्य सोच और मानसिकता को बदल देती है!! जब एक भद्र महिला गुस्से से पास के टेबल पर लेटी तो डाकू उसपर चिल्लाया और बोला "कृपया सभ्य बने रहें, यहाँ डकैती हो रही है, अभद्र व्यव्हार नहीं!! इसे कहते हैं " प्रोफेशनल होना", उसी काम पर ध्यान दें जिसके लिए आपको प्रशिक्षित किया गया है!! डकैती के बाद जब डाकू घर आये तो छोटे डाकू ने बड़े डाकू से पैसे गिनने की बात कही! बड़े डाकू ने छोटे से कहा " बेवकूफी वाली बात मत करो " इतना सारा पैसा गिनने में बहुत समय लग जायेगा, रात में टी. वी. पर न्यूज़ में देख लेंगे। इसे कहते हैं " अनुभव ", आजकल अनुभव, किताबी ज्ञान और योग्यताओं से ज्यादा महत्वपूर्ण है!! उधर जैसे ही डाकू भागे, बैंक मेनेजर ने क्लर्क से पुलिस को बुलाने के लिए लिए कहा, लेकिन क्लर्क ने कहा "रुकिए जनाब " हमलोग भी बैंक से 10 लाख निकाल लेते हैं और और हमने जो पहले 70 लाख गबन किये थे उसे भी जोड़ लेते हैं. इसे कहते हैं "लहरों के साथ तैरना "[ Swim with the tide ] यानि प्रतिकूल परिस्थिति का अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करना!! क्लर्क ने कहा "ऐसी डकैती हर महीने हो तो बहुत अच्छा रहेगा "!! इसे कहते हैं "उब को मारना"[ Killing Boredom], क्यूंकि व्यक्तिगत ख़ुशी और संतुष्टि नौकरी से ज्यादा महत्वपूर्ण होती है!! अगले दिन जब टी. वी. में खबर आई की 1 करोड़ रुपये बैंक से चोरी हो गए तो डाकुओं ने चुराए हुए पैसे कई बार गिने लेकिन उन्हें सिर्फ 20 लाख मिले; डाकू बहुत गुस्से में आ गए और बोले की हमने अपना जीवन खतरे में डाला और हमें सिर्फ 20 लाख मिले, बैंक मेनेजर ने 80 लाख रुपये बड़ी आसानी से गबन कर लिए, ऐसा लगता है पढ़ा लिखा होना ही चोरी और डकैती करने से बेहतर है . इसे कहते हैं "ज्ञान सोने-चांदी से ज्यादा मूल्यवान होता है " !! उधर बैंक मेनेजर खुश हो रहा था और मुस्कुरा रहा था क्यूंकि शेयर मार्किट में गवाए गए उसके सारे पैसो की भरपाई हो जाएगी! इसे कहते हैं " मौके का फायदा उठाना"[ Seizing the opportunity] और जोखिम लेने का हिम्मत करना!! अब आप ही तय कीजिये असली डकैत कौन थे ??

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें