मंगलवार, 27 जनवरी 2015

real true सुनो असली सच्चाई dont ignore this must read

                     सुनो असली सच्चाई
महाकाल के महादूतों ने किया संसार का बेड़ागर्क,संसार को उल्टी -सीधी भक्ति मार्ग में
कर महाकाल के मुख में ही भेजा न कि जन्म मरण से मुक्त करा सदेव के लिए सतलोक
परमात्मा के पास I..{{ {ऋग्वेद मंडल 9सूक्त 96मन्त्र 17} क्यूंकि वेद गवाही देते हैं की
परमात्मा वो है जो अपने निज लोक से शिशु रूप धारण कर पृथ्वी पर किसी पवित्र
सरोवर में कमल के पुष्प पर विराजमान हो जाता है और निःसंतान दंपत्ति उसको उठा
कर ले जाते हैं , क्वारी गाये के दूध से उसकी पालन पोषण की लीला होती है और वो
अपना मूल ज्ञान कविताओं के द्वारा गा-गा
कर संसार को देता है और ये ज्ञान "कविर्गिर्भी" अर्थात कवीर वाणी के नाम से प्रसिद्द
होती है I वह सर्व आत्माओं का पिता अपने बच्चो के पापों का शत्रु है और काल के बन्धनों
का काटने वाला है अर्थात बंदी छोड़ है I उसका नाम "कविराग्नी" कबीर परमेश्वर है I
ऋग्वेद मंडल 9सूक्त 96मन्त्र 18 भी पड़िए कोन कहाँ है परमपिता परमात्मा पता चल जायेगा }}
अब आप खुद विचार कीजिये की महाकाल के महादूतों ने भोले भाले लोगों को ऐसे -ऐसों की
भक्ति में लगा दिया की वो वेदों की परिभाषा में ही नही आते ..इसलिए जीव जन्म मरन में पड़ा
रहता है ... वेदों की परिभाषा के अनुशार अब से 600 वर्ष पूर्व काशी में ""परमात्मा पिताजी
कबीर"" लहरतारा सरोवर में कमल के फूल पर उतरे थे और नीरू नीमा निः संतान दंपत्ति
को मिले थे, जुलाहा रूप में रहकर गा गा कर मूल ज्ञान दिया .... नानक देव जी काशी गये
परमात्मा कबीर परमेश्वर को देख बोले {श्री गुरुग्रंथ साहेब पृष्ठ 24, राग सीरीमहला 1}
 "तेरा एक नाम तारे संसार ,में एहा आस ऐहो आधार, नानक नीच कहे विचार ,धाणक रूप
रहा करतार """(2)-{श्री गुरुग्रंथ साहेब पृष्ठ 721, राग तिलंग महला 1} '''' यक अर्ज गुफ्तम पेश तो दर कून करतार,
 हक्का कबीर करीम तू ,वेअब पर्वरदीगार, नानक बुगोयद जन तुरा तेरे चाखरा पखाक I
परमात्मा को जुलाहे के रूप में देख नानक जी के मुख से कई वाणीयां निकली I धाणक मतलब जुलाहाI
;;;;;;;;;;;;;;;सर्वत्र महाकाल के महादूत परमात्मा के बच्चो  को भटका रहे है ,,भईयों हम आत्माओं का पिता
परमात्मा ने अपना अंश सतलोक आश्रम बरवाला में भेज दिया है ...मेरी सभी परमात्मा को चाहने वाले भक्तों से निवेदन है  की
सच्चा असली ज्ञान के लिए  व भक्ति विधि के लिए
जो परमात्मा की बताई हुई है को जानने के लिए  ''सतलोक आश्रम बरवाला जिला हिसार [हरयाणा ]को जाये I
मोब  0992600855,801,802,803 पर संपर्क करेI ''ज्ञान गंगा'' बुक फ्री मंगवाने के लिए मोब.न. पर पता SMS करें i
ध्यान रखे यही मौका है जब हम अपने निज घर सतलोक परमपिताजी परमात्मा के पास जा सकेंगे ..
हमेशा हमेशा के लिए जन्म मरण-काल की मायाजाल  से मुक्त हो कर क्यूंकि परमपिताजी  ने भेज दिया है
हम सब को लेने ""तत्त्व दर्शी जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज को '''' सतलोक आश्रम बरवाला हरयाणा में '''
 for more detail visit here http://www.jagatgururampalji.org/

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